📚 हिन्दी व्याकरण के प्रमुख तथ्य (Quick Revision Notes)
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हिन्दी भाषा के विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए व्याकरण के मूलभूत नियमों और साहित्य के महत्वपूर्ण तथ्यों का ज्ञान आवश्यक है। यह लेख हिन्दी व्याकरण और साहित्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर एक ही स्थान पर प्रस्तुत करता है।
हिन्दी व्याकरण प्रश्नोत्तर, हिन्दी साहित्य वस्तुनिष्ठ प्रश्न, संज्ञा के भेद, समास के प्रकार, रस के भेद, हिन्दी परीक्षा की तैयारी, प्रतियोगी परीक्षा हिन्दी नोट्स, व्याकरण के नियम, साहित्यिक रचनाएँ और रचनाकार
👉 संज्ञा के भेद – 5
👉 रचना के आधार पर संज्ञा के भेद – 3
👉 संधि के भेद – 3
👉 स्वर संधि के भेद – 5
👉 समास के भेद – 6
👉 तत्पुरुष समास के भेद – 6
👉 कारक के प्रकार – 8
👉 वचन – 2 प्रकार
👉 लिंग – 2 प्रकार
👉 काल – 3 प्रकार
👉 विशेषण के भेद – 4
👉 सर्वनाम के भेद – 6
👉 क्रिया विशेषण के भेद – 4
👉 क्रिया के प्रकार – 2
👉 छंद के प्रकार – 2
👉 अलंकार के प्रकार – 3
👉 रस के प्रकार – 9
👉 शब्द शक्ति के प्रकार – 3
👉 वाक्य के घटक – 2
👉 वर्णों की संख्या – 52
👉 व्यंजन वर्णों की संख्या – 33
👉 संचारी भाव – 33
👉 सात्विक भाव – 8
👉 विभाव के भेद – 2
👉 काव्य के भेद – 2
👉 वेद – 4
👉 वेदांग – 6
👉 पुराण – 18
👉 बौद्धों के धर्म ग्रंथ – 3
👉 संगीत स्वर के भेद – 3
👉 नायिका के भेद – 3
👉 नायक के भेद – 4
👉 श्रृंगार के भेद – 2
👉 हास्य रस के भेद – 6
👉 वीर रस के भेद – 3
👉 काव्य के गुण – 3
👉 विद्याएँ – 18
👉 विवाह के प्रकार – 8
👉 माताएँ – 7
👉 रत्न के प्रकार – 9
👉 राशियाँ – 12
👉 दिन-रात के पहर – 8
👉 वायु के प्रकार – 5
👉 अग्नियाँ – 3
👉 गुण के प्रकार – 3
👉 शारीरिक दोष – 3
👉 लोक – 3
👉 ऋण के प्रकार – 3
👉 ताप – 3
👉 युग – 4
👉 पुरुषार्थ – 4
👉 वर्ण – 4
👉 दंड के प्रकार – 4
👉 शत्रु – 6
👉 संहिताएँ – 4
👉 भारतीय जीवन के संस्कार – 16
👉 ईश्वर के रूप – 2 (सगुण, निर्गुण)
👉 भाषा के प्रकार – 2
👉 मूल स्वर के भेद – 3
👉 व्यंजनों के प्रकार – 3
👉 स्पर्श व्यंजन – 25
👉 उष्म व्यंजन – 4
👉 संयुक्त व्यंजन – 4
👉 वर्णों की मात्राएँ – 10
👉 कंठ्य वर्ण – 9
👉 तालव्य वर्ण – 9
👉 प्रयोग की दृष्टि से शब्द भेद – 2
👉 विकारी शब्द के प्रकार – 4
👉 अविकारी शब्द के प्रकार – 4
👉 उत्पत्ति की दृष्टि से शब्द भेद – 4
👉 व्युत्पत्ति की दृष्टि से शब्द भेद – 3
👉 वाक्य के भेद (अर्थ के आधार पर) – 8
👉 वाक्य के भेद (रचना के आधार पर) – 3
👉 विधेय के भाग – 6
👉 सर्वनाम की संख्या – 11
👉 प्रत्यय के भेद – 2
👉 रस के अंग – 4
👉 अनुभाव के भेद – 4
👉 स्थायी भाव के प्रकार – 9
👉 श्रृंगार रस के प्रकार – 2
📖 हिन्दी साहित्य के वस्तुनिष्ठ प्रश्न उत्तर (Objective Questions)
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- ‘अतीत के चलचित्र’ के रचयिता — महादेवी वर्मा
- ‘अशोक के फूल’ (निबंध संग्रह) — हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
- ‘अष्टछाप’ के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि — सूरदास
- ‘आँसू’ (काव्य) — जयशंकर प्रसाद
- ‘एक नार पिया को भानी…’ — ब्रजभाषा
- ‘कामायनी’ — महाकाव्य
- ‘गागर में सागर’ भरने वाले कवि — बिहारीलाल
- ‘गाथा’ (गाहा) — प्राकृत भाषा
- ‘घनिष्ठ’ की उत्तरावस्था — घनिष्ठतर
- ‘चारु’ की भावात्मक संज्ञा — चारुता
- ‘चिंतामणि’ — रामचन्द्र शुक्ल
- ‘गोदान’ में उक्त कथन — महतो
- ‘जो जिण सासण भाषियउ…’ — देवसेन
- ‘झरना’ — जयशंकर प्रसाद
- ‘दुरित, दुःख, दैन्य…’ — सुमित्रानंदन पंत
- ‘देखन जौ पाऊँ…’ — नाभादास
- ‘दोहाकोश’ — सरहपा
- ‘नमक का दरोगा’ — प्रेमचंद
- ‘नागनंदा’ — हर्षवर्धन
- ‘नाट्यशास्त्र’ — भरत मुनि
- निराला के राम पर विचार — डॉ. रामविलास शर्मा
- ‘निरुत्तर’ सन्धि विच्छेद — निः+उत्तर
- ‘निशा निमंत्रण’ — हरिवंश राय बच्चन
- ‘पंचवटी’ — द्विगु समास
- ‘पद्मावत’ — मलिक मुहम्मद जायसी
- ‘परहित सरिस धर्म नहि भाई’ — तुलसीदास
- ‘पल्लव’ — सुमित्रानंदन पंत
- ‘पवित्रता की माप…’ — देवसेना (स्कन्दगुप्त)
- ‘प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम’ — नन्द दुलारे बाजपेयी
- ‘प्रभातफेरी’ — नरेन्द्र शर्मा
- ‘प्रिय दर्शिका’ — हर्षवर्धन
- ‘प्रेमसागर’ — लल्लूलाल जी
- ‘बाँगरू’ बोली — खड़ीबोली से सम्बन्धित
- ‘बैताल पच्चीसी’ — सूरति मिश्र
- ‘भक्तमाल’ — नाभादास
- ‘भरहूत स्तूप’ — पुष्यमित्र शुंग
- ‘भारत भारती’ — मैथिलीशरण गुप्त
- ‘मनुष्य के आचरण…’ — रामचन्द्र शुक्ल
- ‘रस मीमांसा’ — आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
- ‘रानी केतकी की कहानी’ — खड़ीबोली
- ‘रामचरितमानस’ के काण्ड — 7
- ‘रामचरितमानस’ का प्रधान रस — भक्ति रस
- ‘लहरें व्योम चूमती…’ — कामायनी
- ‘शिवा बावनी’ — भूषण
- ‘संस्कृति के चार अध्याय’ — रामधारी सिंह दिनकर
- ‘साँच बराबर तप…’ — कबीर
- ‘सुन्दर परम किसोर…’ — सूरदास
- ‘सुहाग के नूपुर’ — अमृतलाल नागर
- ‘हरिश्चन्द्री हिन्दी’ शब्द प्रयोग — रामचन्द्र शुक्ल
- ‘हितोपदेश’ — नारायण पंडित
- ‘हिन्दी साहित्य का अतीत: भाग-एक’ — डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
- ‘कनक-कनक ते…’ अलंकार — यमक
- ‘पृथ्वीराज रासो’ — चन्दबरदाई
- अंकोरवाट — कंबोडिया में स्थित

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