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रूस ने एस्टोनिया हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया | Russia Violates Estonia Airspace

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1. सारांश एवं विश्लेषण (Summary & Analysis)

(लेख का संक्षिप्त सार)

हाल ही में, रूसी विमानों द्वारा एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए जाने के बाद, एस्टोनिया ने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के साथ अनुच्छेद 4 (Article 4) के तहत परामर्श की मांग की है। यह घटना बाल्टिक क्षेत्र में बढ़ते तनाव और नाटो-रूस संबंधों में मौजूद गहरी दरार को दर्शाती है।

राजधानी:

टालिन

भौगोलिक अवस्थिति

एस्टोनिया उत्तरी यूरोप में स्थित एक बाल्टिक देश है। इसकी स्थलीय सीमाएँ पूर्व में रूस और दक्षिण में लातविया से लगती हैं। इसकी जलीय सीमाएं उत्तर में फिनलैंड की खाड़ी और पश्चिम में बाल्टिक सागर से मिलती हैं।

भौगोलिक विशेषताएं

  • एस्टोनिया का लगभग 22% भूभाग दलदल और पंक-भूमि (बॉग्स) से आच्छादित है।
  • देश की सबसे ऊँची चोटी सूर मुनामेगी (318 मीटर) है।
  • सबसे लंबी नदी वोहंडू (Võhandu) है, जिसकी लंबाई 162 किलोमीटर है।

संदर्भ + पृष्ठभूमि (Context + background) :

  • एस्टोनिया, एक पूर्व सोवियत गणराज्य, 2004 में नाटो और यूरोपीय संघ (EU) में शामिल हुआ।
  • नाटो की स्थापना शीत युद्ध के दौरान सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। इसका अनुच्छेद 4 किसी भी सदस्य राष्ट्र को यह अनुरोध करने की अनुमति देता है कि जब कोई सदस्य यह महसूस करे कि उसकी "क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता या सुरक्षा" खतरे में है, तो नाटो परिषद आपसी परामर्श के लिए बैठक करे।
  • यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से, नाटो के पूर्वी फ्लैंक (एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड) पर तनाव काफी बढ़ गया है। रूसी विमानों और जहाजों द्वारा नाटो सदस्यों की सीमाओं के पास गश्त लगाना एक सामान्य घटना बन गई है।

मुद्दे/चुनौतियाँ (Issues/challenges) :

  • रूस की आक्रामकता: यह उल्लंघन रूस की उत्तेजक और अस्थिर करने वाली गतिविधियों का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नाटो सदस्यों, विशेष रूप से छोटे बाल्टिक देशों को डराना और गठबंधन की एकजुटता की परीक्षा लेना है।
  • सीमा पर तनाव: एस्टोनिया की रूस के साथ सीमा नाटो की एक बाहरी सीमा है। यह क्षेत्र एक संभावित संघर्ष का गढ़ बन गया है।
  • हाइब्रिड युद्ध (Hybrid Warfare): हवाई क्षेत्र का उल्लंघन, साइबर हमले और प्रोपोगंडा जैसी हाइब्रिड युद्ध तकनीकों का हिस्सा हो सकता है, जिसका लक्ष्य लोकतांत्रिक देशों को कमजोर करना है।

राष्ट्रीय + अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव (National + International Impact):

  • राष्ट्रीय प्रभाव (एस्टोनिया): देश की सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं, जिससे नाटो सहयोगियों से सैन्य सहायता और आश्वासन की मांग की जा रही है।
  • नाटो पर प्रभाव: यह घटना गठबंधन की सामूहिक सुरक्षा प्रतिबद्धता (अनुच्छेद 5) की परीक्षा है। नाटो को एक मजबूत और एकजुट प्रतिक्रिया दिखानी होगी ताकि रूस को यह संदेश जाए कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
  • अंतर्राष्ट्रीय संबंध: यह घटना नाटो और रूस के बीच संबंधों को और खराब करती है तथा यूरोप में एक व्यापक संघर्ष की संभावना को बढ़ाती है। इससे क्षेत्र में सैन्यीकरण भी बढ़ेगा।

आगे का रास्ता / समाधान (Way Forward / Solutions) :

  • नाटो की एकजुटता: नाटो सदस्यों को एस्टोनिया जैसे सीमावर्ती देशों के प्रति अपनी सुरक्षा प्रतिबद्धता दोहरानी चाहिए।
  • बढ़ी हुई तैनाती: नाटो को बाल्टिक क्षेत्र और पूर्वी यूरोप में अपनी सैन्य उपस्थिति (बटालियन समूह, वायु सेना गश्त) बढ़ानी जारी रखनी चाहिए।
  • कूटनीतिक संवाद: रूस के साथ संचार के चैनलों को खुला रखना आवश्यक है ताकि गलतफहमियों से बचा जा सके और संघर्ष के अनचाहे एस्केलेशन को रोका जा सके।
  • रक्षा व्यय: नाटो सदस्यों को अपना रक्षा बजट बढ़ाकर जीडीपी का 2% करने के लक्ष्य को पूरा करना चाहिए।


2. यूपीएससी प्रासंगिकता (UPSC Relevance)

  • जीएस पेपर II: अंतर्राष्ट्रीय संबंध - विश्व की राजनीति में महत्वपूर्ण घटनाक्रम, अंतर्राष्ट्रीय संगठन (नाटो), रूस-यूक्रेन युद्ध का प्रभाव।
  • जीएस पेपर III: आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियाँ - साइबर सुरक्षा, हाइब्रिड युद्ध (इस घटना से जुड़ा हुआ)।
  • निबंध: सामूहिक सुरक्षा बनाम राष्ट्रीय हित, या 21वीं सदी में वैश्विक शांति के लिए चुनौतियाँ जैसे टॉपिक्स से संबंधित।
  • कीवर्ड और आयाम (Keywords & Dimensions):

    • अंतर्राष्ट्रीय संबंध (IR): नाटो, सामूहिक सुरक्षा, अनुच्छेद 4, अनुच्छेद 5, भू-राजनीति।
    • सुरक्षा (Security): हवाई क्षेत्र का उल्लंघन, हाइब्रिड युद्ध, सीमा प्रबंधन।
    • भूगोल (Geography): बाल्टिक देश, बाल्टिक सागर, उत्तरी यूरोप।


3. यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न

Related Prelims PYQ:

  • (2022) निम्नलिखित में से कौन-सा देश 'बाल्टिक देश' के नाम से जाना जाता है?
(a) एस्टोनिया
(b) लातविया
(c) लिथुआनिया
(d) उपर्युक्त सभी
(उत्तर: d)

Related Mains PYQ:

  • (2019) रूस और नाटो के बीच तनाव के मुख्य कारण क्या हैं? इस तनाव ने भारत-रूस संबंधों को किस प्रकार प्रभावित किया है?
  • (2017) सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा की व्याख्या कीजिए। क्या आप मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने में नाटो जैसे सैन्य गठबंधन प्रभावी हैं?
  • संभावित प्रश्न भविष्य के लिए:

    • Prelims: एस्टोनिया की भौगोलिक स्थिति, नाटो के अनुच्छेद 4 और 5 में अंतर से संबंधित तथ्यात्मक प्रश्न।
    • Mains: "बाल्टिक क्षेत्र में नाटो-रूस तनाव वैश्विक शांति के लिए एक गंभीर खतरा है।" विश्लेषण कीजिए।


4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing Practice)

Q. नाटो की सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए। हाल के घटनाक्रमों ने इसकी प्रासंगिकता को किस प्रकार प्रभावित किया है? (15 अंक, 250 शब्द)

👉 मॉडल उत्तर संरचना

  • परिचय: नाटो और सामूहिक सुरक्षा (अनुच्छेद 5) की संक्षिप्त परिभाषा के साथ शुरुआत करें। एस्टोनिया द्वारा अनुच्छेद 4 के तहत परामर्श का हालिया उदाहरण दें।
  • मुख्य भाग:

    • सामूहिक सुरक्षा के लाभ: शक्तिशाली देशों के खिलाफ छोटे राष्ट्रों को सुरक्षा प्रदान करना, आक्रामकता को हतोत्साहित करना, और सदस्यों के बीच स्थिरता बढ़ाना।
    • चुनौतियाँ/आलोचना: यह शीत युद्ध की देन है, यह एक 'विभाजनकारी' गठबंधन है जो दुश्मन पैदा करता है (जैसे रूस), सदस्यों के बीच रक्षा व्यय को लेकर तनाव, और स्वतः सैन्य प्रतिक्रिया की जटिलताएँ।
    • हाल के घटनाक्रमों का प्रभाव: यूक्रेन युद्ध और बाल्टिक क्षेत्र में उल्लंघनों ने नाटो के प्रति रूस की आक्रामकता को उजागर किया है, जिससे गठबंधन की अस्तित्वगत प्रासंगिकता फिर से स्थापित हुई है और इसने सदस्यों (जैसे फिनलैंड, स्वीडन) के विस्तार को प्रेरित किया है।
  • निष्कर्ष: निष्कर्ष निकालें कि जबकि सामूहिक सुरक्षा एक आदर्श अवधारणा है, इसकी प्रभावशीलता सदस्यों की राजनीतिक इच्छाशक्ति और एक बदलती वैश्विक व्यवस्था के अनुकूलन पर निर्भर करती है। शांतिपूर्ण समाधान को प्राथमिकता देते हुए एक मजबूत प्रतिरोधक क्षमता आवश्यक है।


5. कीवर्ड एक्सप्लेनेशन (Keyword Explanation)

  • नाटो (NATO - North Atlantic Treaty Organization): एक सैन्य गठबंधन जिसकी स्थापना 1949 में सदस्य देशों की सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई थी। एक पर हमला सभी पर हमला माना जाता है (अनुच्छेद 5)।
  • अनुच्छेद 4 (Article 4): नाटो संधि का एक प्रावधान जो किसी भी सदस्य राष्ट्र को यह अनुरोध करने की अनुमति देता है कि जब कोई सदस्य यह महसूस करे कि उसकी "क्षेत्रीय अखंडता, राजनीतिक स्वतंत्रता या सुरक्षा" खतरे में है, तो नाटो परिषद आपसी परामर्श के लिए बैठक करे। यह अनुच्छेद 5 से पहले की एक स्थिति है।
  • बाल्टिक देश (Baltic States): उत्तरी यूरोप के तीन देश: एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया। ये सभी पूर्व सोवियत गणराज्य हैं और 2004 में नाटो और यूरोपीय संघ में शामिल हुए।
  • हाइब्रिड युद्ध (Hybrid Warfare): पारंपरिक सैन्य बल, अनियमित युद्ध tactics, साइबर हमले, और प्रोपोगंडा के संयोजन का उपयोग करने की एक रणनीति ताकि दुश्मन देश को भ्रमित और अस्थिर किया जा सके।

References

  1. NATO Official Website - Article 4 Consultation
  2. Ministry of Foreign Affairs, Estonia - Statements
  3. BBC News - Russia-Estonia Border Tension
  4. The Economist - NATO's Eastern Flank
  5. CIA World Factbook - Estonia


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