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हिन्दी वर्णमाला, स्वर, व्यंजन व विराम चिह्न | सम्पूर्ण गाइड

📚 हिन्दी वर्णमाला – परिभाषा व परिचय

हिन्दी भाषा में प्रयुक्त सबसे छोटी ध्वनि को वर्ण कहते हैं। जैसे— अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, क्, ख् आदि।
👉 [हिन्दी व्याकरण प्रश्न उत्तर | UPSC Hindi Grammar | Hindi Grammar Notes]

✍️ वर्णमाला

वर्णों के समूह को वर्णमाला कहा जाता है। हिन्दी वर्णमाला में कुल 44 वर्ण हैं। उच्चारण और प्रयोग के आधार पर हिन्दी वर्णमाला को दो भागों में बाँटा गया है—

  1. स्वर

  2. व्यंजन


🪄 स्वर (Vowels)

जिन वर्णों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से होता है और जो व्यंजनों के उच्चारण में सहायक होते हैं, वे स्वर कहलाते हैं।
👉 कुल 11 स्वर हैं — अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।

स्वर के भेद (Types of Swars)

  1. ह्रस्व स्वर — जिनका उच्चारण कम समय में होता है (अ, इ, उ, ऋ)।

  2. दीर्घ स्वर — जिनका उच्चारण ह्रस्व से दुगुना समय लेता है।

  3. प्लुत स्वर — जिनका उच्चारण दीर्घ से भी अधिक समय में होता है। (जैसे दूर से बुलाने में)


✍️ मात्राएँ (Matras)

स्वरों की मात्राएँ निम्नलिखित हैं👇

स्वर

मात्रा

उदाहरण

×

कम

ि

किसलय

गुलाब

भूल

केश

है

चोर

चौखट


👉 अ की कोई मात्रा नहीं होती।


🧠 व्यंजन (Consonants)

जिन वर्णों के पूर्ण उच्चारण के लिए स्वरों की सहायता ली जाती है, वे व्यंजन कहलाते हैं।
👉 कुल 33 व्यंजन हैं जिन्हें 3 भागों में बाँटा गया है —

  1. स्पर्श

  2. अंतःस्थ

  3. ऊष्म

📝 स्पर्श व्यंजन — 5 वर्गों में बाँटे गए हैं

  • कवर्ग — क् ख् ग् घ् ड़्
  • टवर्ग — ट् ठ् ड् ढ् ण् (ड़् ढ़्)
  • तवर्ग — त् थ् द् ध् न्
  • पवर्ग — प् फ् ब् भ् म्

अंतःस्थ व्यंजन — य् र् ल् व्

ऊष्म व्यंजन — श् ष् स् ह्


✍️ संयुक्त व्यंजन

जब दो व्यंजन मिलकर एक नया रूप लेते हैं, उन्हें संयुक्त व्यंजन कहते हैं। जैसे—

  • क्ष = क् + ष
  • त्र = त् + र
  • ज्ञ = ज् + ञ

👉 देवनागरी में संयोग के बाद इनका रूप बदल जाता है, इसलिए इन्हें अलग से गिनाया गया है।


🪶 अनुस्वार, विसर्ग और चंद्रबिंदु

  • अनुस्वार (ं) — पंचम वर्ण के स्थान पर, जैसे: सम्भव = संभव।
  • विसर्ग (ः) — ह् जैसा उच्चारण, जैसे: प्रातः।
  • चंद्रबिंदु (ँ) — नासिका और मुख दोनों से उच्चारण, जैसे: हँसना, आँख।

👉 11 स्वर + 33 व्यंजन + ड़्, ढ़्, अं, अः = कुल 48 वर्ण


✍️ हलंत (्)

जब व्यंजन के बाद स्वर न लगाकर उसे अधूरा छोड़ा जाता है, तो नीचे हल (्) लगाया जाता है। जैसे — हल्।


📌 विराम चिह्न (Punctuation Marks)

‘विराम’ का अर्थ है — विश्राम या ठहराव। वाक्य में विचारों को स्पष्ट करने के लिए इनका प्रयोग किया जाता है।
👉 [Viram Chinh in Hindi | Hindi Grammar Notes | UPSC Hindi]

✨ विराम चिह्नों के प्रकार

  1. पूर्ण विराम (।) — वाक्य की समाप्ति पर।

  2. अपूर्ण विराम (:) — भाव समाप्त न हो। संवाद में प्रयोग।

  3. अर्द्ध विराम (;) — अपूर्ण विराम से कम ठहराव।

  4. अल्प विराम (,) — बहुत कम ठहराव।

  5. प्रश्नबोधक (?) — प्रश्न के अंत में।

  6. विस्मयादिबोधक (!) — विस्मय, हर्ष, शोक आदि में।

  7. निर्देशक (—) — स्पष्टीकरण हेतु।

  8. योजक (-) — विभाजक या समास बोधक।

  9. कोष्ठक ( ) — विशेष स्पष्टता हेतु।

  10. उद्धरण ("") — अवतरण या कथन के लिए।

  11. लाघव (•) — संक्षिप्तीकरण में।

  12. विवरण (:-) — व्याख्या में।

  13. लोप (……) — कुछ भाग छोड़ने में।

  14. त्रुटिबोधक (^) — छूटा शब्द जोड़ने में।

  15. अनुवृत्ति (,,) — एक ही शब्द को बार-बार दर्शाने में।

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