एआई और वैश्विक व्यापार: डब्ल्यूटीओ की रिपोर्ट का विश्लेषण (AI and Global Trade: Analysis of WTO Report)
1. सारांश एवं विश्लेषण (Summary & Analysis)
(लेख का संक्षिप्त सार)
विश्व व्यापार संगठन (WTO) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक सामान्य प्रयोजन वाली टेक्नोलॉजी (General Purpose Technology) के रूप में वैश्विक अर्थव्यवस्था, व्यापार और आय वितरण को गहराई से बदल सकती है। यह व्यापार लागत को कम करके, उत्पादकता बढ़ाकर और नए आर्थिक अवसर पैदा करके 2040 तक वैश्विक व्यापार में 34-37% की वृद्धि का कारण बन सकती है। हालाँकि, इसके लाभों को समावेशी बनाने और नौकरियों में व्यवधान जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रिय नीतिगत हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
संदर्भ + पृष्ठभूमि (Context + Background)
AI टेक्नोलॉजी में तेजी से प्रगति ने इसे विनिर्माण, सेवाओं, कृषि और लॉजिस्टिक्स सहित लगभग हर क्षेत्र में एक रूपांतरणकारी बल बना दिया है। डब्ल्यूटीओ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन इस बात का आकलन कर रहे हैं कि कैसे यह नई टेक्नोलॉजी वैश्विक व्यापार के पैटर्न, तुलनात्मक लाभ और आर्थिक विकास को प्रभावित करेगी। यह रिपोर्ट AI के व्यापार और विकास पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों पर प्रकाश डालती है।
मुद्दे/चुनौतियाँ (Issues/Challenges)
- AI का संकेंद्रण (Concentration of AI): AI के विकास, डेटा और कम्प्यूटेशनल शक्ति पर कुछ ही बड़ी टेक कंपनियों और विकसित देशों का वर्चस्व है। इससे एक 'डिजिटल डिवाइड' बढ़ने का खतरा है, जहाँ विकासशील देश पीछे रह सकते हैं।
- श्रम बाजार में व्यवधान (Labour Market Disruption): AI के स्वचालन से मध्यम और उच्च-कौशल वाले रोजगारों (जैसे डेटा विश्लेषण, अनुवाद) के विस्थापित होने की आशंका है। इससे बेरोजगारी और सामाजिक अशांति बढ़ सकती है।
- नियामक अनिश्चितता (Regulatory Uncertainty): AI के नैतिक उपयोग, डेटा गोपनीयता, और दायित्व (Liability) से जुड़े मुद्दों पर वैश्विक स्तर पर सहमति का अभाव है, जो व्यापार में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
- स्किल गैप (Skill Gap): AI अर्थव्यवस्था में काम करने के लिए मौजूदा कार्यबल के पास आवश्यक कौशल का अभाव हो सकता है।
राष्ट्रीय + अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव (National + International Impact)
- राष्ट्रीय (भारत के लिए): भारत के लिए यह एक दोहरा अवसर है। अपनी विशाल डेटा और IT ताकत का उपयोग करके भारत AI में एक वैश्विक हब बन सकता है। हालाँकि, यदि कौशल विकास पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह बेरोजगारी को बढ़ा सकता है। 'डिजिटल इंडिया' और 'AI for All' जैसी पहलें इस दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय: AI वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को और अधिक कुशल और लचीला बना सकता है। यह उन देशों के लिए नए अवसर पैदा कर सकता है जो डेटा प्रोसेसिंग, हार्डवेयर निर्माण य नवीकरणीय ऊर्जा में समृद्ध हैं, जिससे वैश्विक आर्थिक शक्ति के केंद्र बदल सकते हैं।
आगे का रास्ता / समाधान (Way Forward / Solutions)
- डिजिटल अवसंरचना और कौशल विकास में निवेश: देशों को अपनी डिजिटल बुनियादी ढाँचे (5G, क्लाउड कम्प्यूटिंग) को मजबूत करना चाहिए और शिक्षा प्रणाली में AI और डेटा एनालिटिक्स को शामिल करना चाहिए।
- सामाजिक सुरक्षा और पुनर्स्किलिंग: श्रम बाजारों को AI के अनुकूल बनाने के लिए पुनर्स्किलिंग (reskilling) और अपस्किलिंग (upskilling) कार्यक्रमों की आवश्यकता है। साथ ही, सार्वभौमिक बेसिक इनकम जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर विचार किया जा सकता है।
- वैश्विक सहयोग और नियम-निर्माण: डब्ल्यूटीओ जैसे मंचों पर देशों को AI के लिए समन्वित नीतियों, डेटा प्रवाह के नियमों और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
- एंटीट्रस्ट उपाय (Antitrust Measures): AI बाजार में एकाधिकार को रोकने और छोटे उद्यमियों के लिए नवाचार के अवसर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिस्पर्धा कानूनों को मजबूत करना।
2. यूपीएससी प्रासंगिकता (UPSC Relevance)
- किस GS Paper से जुड़ा है:
- GS Paper III: भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना (आर्थिक विकास, उद्योग, सेवा क्षेत्र), विज्ञान और टेक्नोलॉजी (टेक्नोलॉजी विकास और उनके अनुप्रयोग), सुरक्षा (साइबर सुरक्षा)।
- GS Paper II: शासन (सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप), अंतर्राष्ट्रीय संबंध (अंतर्राष्ट्रीय संगठन- डब्ल्यूटो)।
- GS Paper IV: नैतिकता (AI का नैतिक उपयोग, डेटा गोपनीयता)।
- निबंध (Essay): टेक्नोलॉजी और समावेशी विकास, वैश्वीकरण के भविष्य पर AI का प्रभाव जैसे टॉपिक्स से जुड़ा हुआ।
- कीवर्ड और आयाम (Keywords & Dimensions):
- अर्थव्यवस्था (Economy): उत्पादकता, व्यापार लागत, स्किल प्रीमियम, आय वितरण, श्रम बाजार।
- शासन (Governance): डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, नीति निर्माण, विनियमन, सामाजिक सुरक्षा।
- अंतर्राष्ट्रीय संबंध (International Relations): WTO, वैश्विक सहयोग, डिजिटल डिवाइड, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार।
- विज्ञान और टेक्नोलॉजी (Science & Technology): आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जेनरेटिव AI, ऑटोमेशन, नवाचार।
- समाज (Society): रोजगार, कौशल विकास, समावेशिता, असमानता।
3. यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न
- Related Prelims PYQ:
- 2023: "डिजिटल सर्विलांस" के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? (यह AI और डेटा एथिक्स के महत्व को दर्शाता है)
- 2021: 'फ्यूचर ऑफ वर्क' रिपोर्ट किस संगठन द्वारा जारी की गई थी? (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम - ऑटोमेशन और रोजगार पर केंद्रित)
- Related Mains PYQ:
- 2022 (GS Paper III): "बड़े डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी उभरती हुई डिजिटल टेक्नोलॉजी के सामाजिक-आर्थिक लाभों और संभावित जोखिमों की विवेचना कीजिए।"
- 2021 (GS Paper III): "क्या रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) भारत में उत्पादकता और रोजगार के लिए एक समस्या या समाधान होगी? चर्चा कीजिए।"
- संभावित प्रश्न भविष्य के लिए (Expected Possible Question):
- प्रारंभिक परीक्षा: डब्ल्यूटो, स्किल प्रीमियम, जनरल पर्पज टेक्नोलॉजी (GPT) जैसे शब्द पर आधारित वस्तुनिष्ठ प्रश्न।
- मुख्य परीक्षा: "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भारत में व्यापार और आर्थिक विकास के लिए एक गेम-चेंजर हो सकता है, लेकिन यह सामाजिक-आर्थिक असमानताओं को भी गहरा कर सकता है। विश्लेषण कीजिए।" (150 शब्द)
4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing Practice)
Q. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उदय से वैश्विक व्यापार के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ रहा है? समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक नीतिगत उपाय सुझाइए। (250 शब्द, 15 अंक)
👉 मॉडल उत्तर संरचना
परिचय:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), एक सामान्य प्रयोजन टेक्नोलॉजी के रूप में, वैश्विक व्यापार के लैंडस्केप को फिर से परिभाषित कर रहा है। डब्ल्यूटीओ की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह 2040 तक वैश्विक व्यापार में 35% तक की वृद्धि का कारण बन सकता है, लेकिन इसके लाभों को व्यापक बनाने के लिए सावधानीपूर्वक नीतिगत हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
मुख्य भाग:
- सकारात्मक प्रभाव:
- दक्षता में वृद्धि: AI लॉजिस्टिक्स, सप्लाई चेन मैनेजमेंट और सीमा शुल्क अनुपालन को स्वचालित करके व्यापार लागत को काफी कम करता है।
- उत्पादकता: उद्योगों में ऑटोमेशन और डेटा एनालिटिक्स से उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होता है।
- नए अवसर: यह डिजिटल सेवाओं के व्यापार, डेटा एनोटेशन और AI-सक्षम हार्डवेयर निर्माण जैसे नए व्यापारिक रास्ते खोलता है।
- चुनौतियाँ एवं जोखिम:
- असमानता: AI के विकास और लाभों पर कुछ देशों और कंपनियों का वर्चस्व, जिससे डिजिटल डिवाइड बढ़ सकता है।
- श्रम बाजार में व्यवधान: ऑटोमेशन से पारंपरिक रोजगारों के विस्थापन की आशंका, जिससे 'स्किल प्रीमियम' घट सकता है लेकिन निम्न-कौशल वाले workers पीछे रह सकते हैं।
- नियामक रिक्ति: डेटा गोपनीयता, AI एथिक्स और कराधान से जुड़े मुद्दों पर वैश्विक मानकों का अभाव।
निष्कर्ष:
AI के माध्यम से समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए एक बहु-स्तरीय रणनीति की आवश्यकता है। राष्ट्रीय स्तर पर, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और जनशक्ति में निवेश करना महत्वपूर्ण है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, डब्ल्यूटीओ जैसे संगठनों के माध्यम से सहयोग, निष्पक्ष डेटा शासन और प्रतिस्पर्धा नीतियों को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि AI का लाभ सभी देशों और समाज के सभी वर्गों तक पहुँचे।
5. कीवर्ड एक्सप्लेनेशन (Keyword Explanation)
- सामान्य प्रयोजन टेक्नोलॉजी (General Purpose Technology - GPT): ऐसी टेक्नोलॉजी जो पूरी अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती है और उसमें सुधार लाती है, जैसे बिजली या इंटरनेट। AI को भी इसी श्रेणी में रखा जा रहा है।
- स्किल प्रीमियम (Skill Premium): उच्च-कौशल वाले श्रमिकों और निम्न-कौशल वाले श्रमिकों की औसत मजदूरी के बीच का अंतर। AI के कारण यह अंतर कम होने का अनुमान है क्योंकि AI कई उच्च-कौशल कार्यों को स्वचालित कर देगा।
- व्यापार लागत (Trade Costs): वे सभी लागतें जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को महंगा बनाती हैं, जैसे परिवहन लागत, टैरिफ, भाषा अवरोध, और नियामक अनुपालन की लागत। AI इन्हें कम करने में मदद करता है।
- ज्ञान का प्रसार (Knowledge Diffusion): नवाचार और टेक्नोलॉजी का एक अर्थव्यवस्था से दूसरी अर्थव्यवस्था में फैलना। खुले व्यापार वाले देशों में यह प्रक्रिया तेज होती है।
- AI का संकेंद्रण (Concentration of AI): AI अनुसंधान, विकास और बाजार पर बहुत कम संख्या में बड़ी कंपनियों और देशों (जैसे USA, China) का हावी होना।
References
- WTO | Global Trade Outlook and Statistics
- WTO World Trade Report 2023 (Re-globalization)
- UNCTAD | Technology and Innovation Report
- World Bank | World Development Report (Digital Dividends)
- Press Information Bureau | National Strategy for Artificial Intelligence

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