मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना 2025 – बिहार सरकार द्वारा युवाओं को इंटर्नशिप में वित्तीय सहायता
🟢 1. सारांश एवं विश्लेषण (Summary & Analysis)
📌 संदर्भ व पृष्ठभूमि (Context + Background)
भारत में युवाओं की एक बड़ी आबादी 18–30 वर्ष की आयु वर्ग में आती है, लेकिन रोजगार और कौशल के बीच भारी अंतर देखा जाता है। विशेष रूप से बिहार जैसे राज्यों में, बेरोजगारी दर और प्रवासन दर दोनों उच्च हैं।
इस चुनौती को देखते हुए बिहार सरकार ने “मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना” की शुरुआत की है, जिसके तहत युवाओं को इंटर्नशिप कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।
👉 योजना का उद्देश्य कौशल विकास और उद्योगों से युवाओं को जोड़ना है ताकि वे व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर सकें और रोजगार के अवसर बढ़ें।
🧭 मुद्दे / चुनौतियाँ (Issues / Challenges)
- ❌ कौशल प्रशिक्षण के बावजूद उद्योग से जुड़ाव की कमी
- ❌ ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्रों में इंटर्नशिप अवसरों की सीमित उपलब्धता
- ❌ निजी क्षेत्र में प्रशिक्षुओं के लिए अपर्याप्त अवसंरचना
- ❌ युवाओं में आर्थिक बाधाएँ, जिसके कारण वे राज्य/जिले से बाहर इंटर्नशिप करने में असमर्थ रहते हैं
- ❌ योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए उद्योगों और संस्थाओं के बीच समन्वय की आवश्यकता
🌐 राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव (National + International Impact)
राष्ट्रीय स्तर पर:
- युवाओं की employability में वृद्धि
- MSME क्षेत्र को प्रशिक्षित मानव संसाधन की उपलब्धता
- राज्य के भीतर उद्योगों को सक्षम व कुशल कार्यबल प्राप्त होगा
- प्रवासन की गति में कमी आ सकती है
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर:
- भारत की “Demographic Dividend” को अधिकतम करने में मदद
- कौशल आधारित कार्यबल तैयार कर “Make in India” और “Skill India Mission” को मजबूती
- वैश्विक निवेशकों को प्रशिक्षित कार्यबल उपलब्ध होने से विदेशी निवेश को प्रोत्साहन
🛤️ आगे का रास्ता / समाधान (Way Forward / Solutions)
- 📊 योजना के प्रभाव का नियमित सामाजिक-आर्थिक ऑडिट
- 🏢 निजी क्षेत्र के साथ PPP मॉडल को मज़बूत करना
- 🌐 ऑनलाइन पोर्टल को पारदर्शी, user-friendly और multilingual बनाना
- 🧑🏫 प्रशिक्षण + इंटर्नशिप को जोड़ने वाले ‘Dual System of Training’ मॉडल को अपनाना
- 📝 प्रगति की रिपोर्ट को सार्वजनिक डैशबोर्ड पर प्रदर्शित करना
- 🚀 भविष्य में इसे राष्ट्रीय स्तर की योजना में विस्तारित करने की संभावना
📌 Extra Data / Report
- Periodic Labour Force Survey (PLFS) 2023 के अनुसार, 15–29 आयु वर्ग में बेरोजगारी दर 12% से अधिक दर्ज की गई।
- Bihar Economic Survey 2024 में बताया गया कि राज्य में 60% से अधिक युवा अनौपचारिक क्षेत्र में कार्यरत हैं।
- भारत में हर साल लगभग 1.2 करोड़ युवा श्रम बाजार में प्रवेश करते हैं, परंतु रोजगार सृजन की गति अपेक्षाकृत कम है।
🟡 2. यूपीएससी प्रासंगिकता (UPSC Relevance)
📌 Keywords & Dimensions
- Governance – राज्य सरकार की भूमिका, नीति निर्माण
- Economy – रोजगार सृजन, MSME सेक्टर
- Society – युवाओं का सामाजिक-आर्थिक उत्थान
- Skill Development – प्रशिक्षण + उद्योग संपर्क मॉडल
- Migration – इन-स्टेट रोजगार से प्रवासन में कमी
🧾 3. यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न
✅ Prelims PYQ
2018 – Prelims
“Skill India Mission” का मुख्य उद्देश्य क्या है?
(a) उच्च शिक्षा को प्रोत्साहन
(b) रोजगार सृजन के लिए कौशल विकास
(c) तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना
(d) विदेशी निवेश को आकर्षित करना
👉 सही उत्तर: (b)
📝 Mains PYQ
GS Paper III (2020)
भारत में बेरोजगारी दर में वृद्धि के संदर्भ में कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की प्रभावशीलता पर चर्चा करें।
🧠 संभावित प्रश्न (Expected Future Question)
“राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई इंटर्नशिप आधारित वित्तीय सहायता योजनाएँ युवा रोजगार समस्या के समाधान में कितना योगदान दे सकती हैं? बिहार के उदाहरण से स्पष्ट करें।”
✍️ 4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing Practice)
Q. “राज्य सरकारों की इंटर्नशिप एवं कौशल विकास योजनाएँ युवाओं के लिए एक सेतु का कार्य कर सकती हैं। मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना के संदर्भ में चर्चा करें।” (15 अंक)
🟩 मॉडल उत्तर संरचना
परिचय (Introduction)
भारत में बढ़ती युवा जनसंख्या को देखते हुए, कौशल और उद्योग के बीच एक सेतु की आवश्यकता रही है। इसी दिशा में बिहार सरकार ने 2025 में मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना प्रारंभ की है।
मुख्य भाग (Body)
- योजना की प्रमुख विशेषताएँ
- वित्तीय सहायता संरचना
- पात्रता मानदंड
- MSME, PSU और बड़े उद्योगों की भूमिका
- चुनौतियाँ: प्रशासनिक समन्वय, निगरानी, ग्रामीण क्षेत्रों में अवसर
- संभावित प्रभाव: रोजगार वृद्धि, प्रवासन में कमी, उद्योगों में प्रशिक्षित कार्यबल
निष्कर्ष (Conclusion)
यह योजना राज्य में रोजगारपरक पारिस्थितिकी तैयार कर सकती है, बशर्ते इसका प्रभावी क्रियान्वयन, पारदर्शी तंत्र और निजी क्षेत्र के साथ समन्वय बना रहे। इस प्रकार यह पहल “Skill India” जैसे राष्ट्रीय अभियानों को भी मज़बूती प्रदान करेगी।
🟠 5. कीवर्ड एक्सप्लेनेशन (Keyword Explanation)
इंटर्नशिप (Internship) – व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने हेतु किसी उद्योग या संस्थान में निश्चित अवधि का प्रशिक्षण कार्यक्रम।
MSME – Micro, Small and Medium Enterprises, जो भारत के रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Skill Development – ज्ञान + तकनीकी क्षमता का विकास ताकि व्यक्ति उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य कर सके।
0 टिप्पणियाँ