1. सारांश एवं विश्लेषण (Summary & Analysis)
सारांश (Summary)
वर्ष 2025 में APEC शिखर सम्मेलन दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में आयोजित होगा, जिसका विषय है “Building a Sustainable Future”। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) एक क्षेत्रीय आर्थिक मंच है, जो मुक्त व्यापार, निवेश, आर्थिक सहयोग और सतत विकास को बढ़ावा देता है। भारत APEC का सदस्य नहीं है, लेकिन सदस्यता की दिशा में लंबे समय से प्रयासरत है।
संदर्भ + पृष्ठभूमि (Context + Background)
- स्थापना: 1989, उद्देश्य – एशिया-प्रशांत क्षेत्र में मुक्त व्यापार और आर्थिक सहयोग।
- मुख्यालय: सिंगापुर
- सदस्य देश: 21 अर्थव्यवस्थाएँ (संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, दक्षिण कोरिया आदि)
- वैश्विक प्रभाव: APEC सदस्य देश वैश्विक GDP का लगभग 60% और व्यापार का 47–48% हिस्सा रखते हैं।
- कार्यप्रणाली: गैर-बाध्यकारी, आम सहमति आधारित।
प्रमुख बिंदु (Key Highlights)
1. आर्थिक विकास और व्यापार
- Trade Tensions: अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध क्षेत्रीय व्यापार को प्रभावित कर रहा है।
- 2025 APEC रिपोर्ट:
- GDP वृद्धि: 2.6% (2024: 3.6%)
- निर्यात वृद्धि: 0.4%, आयात वृद्धि: 0.1%
- निजी निवेश कमजोर, महंगाई कम हो रही है।
- Digital Economy & AI: AIDER 2025 समाप्त हो रहा है; डिजिटल अर्थव्यवस्था, AI, डेटा गोपनीयता और डिजिटल विभाजन प्राथमिकताएँ।
2. सतत विकास और जलवायु परिवर्तन
- Bangkok Goals on Bio-Circular-Green Economy को आगे बढ़ाना।
- ऊर्जा सहयोग, खाद्य सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान पर ध्यान।
3. भू-राजनीतिक चुनौतियाँ
- यूक्रेन युद्ध, मध्य पूर्व संघर्ष, US–China प्रतिस्पर्धा।
- क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा की अनिश्चितता।
भारत और APEC (India & APEC)
- सदस्यता स्थिति: भारत APEC का सदस्य नहीं, लेकिन 1990 के दशक से सदस्यता के लिए प्रयासरत।
- इतिहास:
- 1991: सदस्यता की इच्छा जताई
- 1997: आवेदन, पर नए सदस्यों पर रोक
- 2007: रोक को 10 साल के लिए बढ़ाया गया
- 2012 & 2018: पुनः आवेदन, कोई निर्णय नहीं
- कारण:
- भौगोलिक दलील (भारत को हिंद-प्रशांत क्षेत्र का हिस्सा माना गया)
- चीन का विरोध
- आर्थिक उदारीकरण की धीमी गति
- APEC की Moratorium Policy
भारत के लिए लाभ (Utility for India)
- वैश्विक और क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण
- व्यापार और निवेश वृद्धि
- प्रमुख देशों के साथ राजनयिक संवाद
- आर्थिक सुधारों और डिजिटल व्यापार में प्रेरणा
भारत की वर्तमान रणनीति
- Observer और Partner Dialogue मंचों में भागीदारी
- BRICS, IPEF, QUAD और RCEP के माध्यम से अप्रत्यक्ष जुड़ाव
- बहुविकल्पीय दृष्टिकोण: ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया सहित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट वार्ता
मुद्दे / चुनौतियाँ (Issues/Challenges)
- APEC सदस्यता न होने से भारत को सीधा लाभ नहीं
- चीन और अन्य शक्तिशाली सदस्यों का विरोध
- वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और टैरिफ तनाव
आगे का रास्ता / समाधान (Way Forward / Solutions)
- APEC Observer और Partner Dialogue के माध्यम से प्रभाव बढ़ाना
- डिजिटल अर्थव्यवस्था और आपूर्ति श्रृंखला सुधारों में भागीदारी
- बहुपक्षीय और द्विपक्षीय आर्थिक समझौतों पर ध्यान
- भारत की Indo-Pacific रणनीति और IPEF, QUAD, RCEP के माध्यम से क्षेत्रीय सहभागिता
2. यूपीएससी प्रासंगिकता (UPSC Relevance)
GS Paper Connection:
- GS-II: International Relations, Regional Economic Groupings
- GS-III: Economic Development, Trade, Infrastructure, Technology
Keywords & Dimensions:
- APEC, Free Trade, Regional Integration, Sustainable Development, Digital Economy, Geopolitics, Trade Tensions, Observer Status, Indo-Pacific Strategy
3. यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQs)
Related Prelims PYQ:
- 2023: “APEC का मुख्य उद्देश्य क्या है?”
- 2022: “भारत APEC का सदस्य क्यों नहीं है?”
Related Mains PYQ:
- 2021: “भारत के लिए APEC में शामिल होने की संभावना और चुनौतियाँ।”
- 2020: “APEC और भारत के आर्थिक हित।”
संभावित प्रश्न भविष्य के लिए:
- भारत और APEC के बीच Observer / Dialogue पार्टनर की भूमिका
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में व्यापार और निवेश के लिए भारत की रणनीति
- डिजिटल अर्थव्यवस्था और AI के क्षेत्र में भारत की भागीदारी
4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing Practice)
Q. “APEC 2025 और भारत: अवसर और चुनौतियाँ।” (10–15 marks)
👉 मॉडल उत्तर संरचना (Model Answer Structure)
परिचय (Introduction):
- APEC: 1989 में स्थापित क्षेत्रीय आर्थिक मंच, 21 सदस्य देश, मुख्यालय सिंगापुर
- उद्देश्य: मुक्त व्यापार, निवेश, सतत विकास, क्षेत्रीय सहयोग
मुख्य भाग (Body):
- 2025 शिखर सम्मेलन: “Building a Sustainable Future”, डिजिटल अर्थव्यवस्था, AI, जलवायु परिवर्तन
- भू-राजनीतिक चुनौतियाँ: अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध, वैश्विक संघर्ष
- भारत का स्थिति: सदस्य नहीं, लेकिन Observer / Partner Dialogue में भागीदारी
- अवसर: वैश्विक बाजारों तक पहुँच, निवेश, आर्थिक सुधार, डिजिटल व्यापार
निष्कर्ष (Conclusion):
- APEC भारत के लिए अप्रत्यक्ष आर्थिक और राजनयिक लाभ का माध्यम
- बहुपक्षीय और द्विपक्षीय रणनीति से भारत अपनी आर्थिक सुरक्षा और क्षेत्रीय प्रभाव बढ़ा सकता है
5. कीवर्ड एक्सप्लेनेशन (Keyword Explanation)
- APEC: Asia-Pacific Economic Cooperation – क्षेत्रीय आर्थिक मंच
- Observer Status: पूर्ण सदस्यता के बिना भागीदारी
- Digital Economy: इंटरनेट, AI और डिजिटल व्यापार
- Trade Tensions: टैरिफ और व्यापार बाधाएँ
- Sustainable Development: आर्थिक विकास जो पर्यावरण और सामाजिक न्याय के साथ संतुलित हो
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