भारत-पाकिस्तान सर क्रीक विवाद
1. सारांश एवं विश्लेषण (Summary & Analysis)
संदर्भ और पृष्ठभूमि (Context & Background)
- भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर क्रीक में पाकिस्तान द्वारा किए गए सैन्य निर्माण पर चेतावनी दी।
- भुज सैन्य अड्डे में उन्नत एल-70 एयर डिफेंस गन की शस्त्र पूजा की गई।
- सर क्रीक विवाद की उत्पत्ति 1908 में कच्छ और सिंध रियासतों के बीच हुई थी।
- 1968 में अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने भारत के पक्ष में निर्णय दिया।
- सर क्रीक एक ज्वारीय चैनल है, जो कच्छ के रण के दलदल क्षेत्र में गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सीमा पर स्थित है।
मुख्य मुद्दे / चुनौतियाँ (Issues/Challenges)
- सीमा निर्धारण विवाद:
- भारत का दृष्टिकोण: सीमा मध्य-चैनल में प्राकृतिक संकेतों द्वारा तय।
- पाकिस्तान का दृष्टिकोण: ग्रीन लाइन को जमीन पर स्थानांतरित करना।
- समुद्री सीमा का महत्व:
- तेल और गैस संसाधनों की संभावनाएँ।
- पाकिस्तानी EEZ बढ़ाने की कोशिश।
- वार्ता एवं समझौते:
- छह दौर की बातचीत और सर क्रीक कार्यसमूह का गठन।
- चार चरण प्रस्ताव: आबंटन, परिसीमन, सीमांकन, प्रशासन।
- राजनीतिक तनाव:
- कश्मीर विवाद, परमाणुकरण, कारगिल संघर्ष, सीमा पार गोलाबारी।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव (National & International Impact)
- भारत के लिए:
- सीमाओं की सुरक्षा, ऊर्जा संसाधनों का संरक्षण, रणनीतिक नियंत्रण।
- पाकिस्तान के लिए:
- EEZ का विस्तार और समुद्री लाभ।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर:
- जल सीमा निर्धारण, अंतर्राष्ट्रीय कानून (UNCLOS), द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय वार्ता में चुनौती।
आगे का रास्ता / समाधान (Way Forward / Solutions)
- द्विपक्षीय वार्ता: भारत के पक्ष में तकनीकी समाधान और समझौता।
- अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण: पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय माध्यम की ओर बढ़ सकता है।
- तकनीकी उपाय: सीमांकन, परिसीमन और प्रशासन के स्पष्ट मानक।
- राजनीतिक वातावरण: कश्मीर एवं अन्य तनावों को ध्यान में रखते हुए विवाद का शांतिपूर्ण समाधान।
Extra Data / Case Studies
- एल-70 एयर डिफेंस गन: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के ड्रोन और आयुध को निशाना बनाने में महत्वपूर्ण।
- सर क्रीक वार्ता: 1989–1998 में विभिन्न दौर और कार्यसमूह प्रस्ताव।
2. यूपीएससी प्रासंगिकता (UPSC Relevance)
Keywords & Dimensions:
- EEZ, Sir Creek, India-Pakistan Border, Maritime Security, UNCLOS, Defence Diplomacy, Energy Security, Bilateral Talks, Border Dispute Resolution
3. यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQ)
Prelims Related:
- 2022: सर क्रीक किस प्रकार के भौगोलिक क्षेत्र में स्थित है?
- 2021: भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा विवाद में मध्य-चैनल सिद्धांत का महत्व।
Mains Related:
- 2020: भारत-पाक सीमा विवाद और उसके समाधान के उपाय।
- 2019: भारत के द्विपक्षीय वार्ता दृष्टिकोण और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का महत्व।
संभावित प्रश्न (Future):
- सर क्रीक विवाद और भारत के EEZ पर प्रभाव।
- भारत-पाकिस्तान सीमा विवाद में तकनीकी उपायों का महत्व।
- भारत के रणनीतिक निर्णय और ऊर्जा सुरक्षा।
4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing Practice)
Q. सर क्रीक विवाद: भारत के लिए रणनीतिक और सुरक्षा महत्व स्पष्ट कीजिए। 15 मार्क्स
👉 मॉडल उत्तर संरचना:
परिचय:
- सर क्रीक: ज्वारीय चैनल, कच्छ-गुजरात सीमा, भारत-पाक सीमा विवाद।
- इतिहास: 1908 से विवाद, 1968 में अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण का निर्णय।
मुख्य भाग:
- सीमा निर्धारण: मध्य-चैनल सिद्धांत बनाम ग्रीन लाइन।
- सुरक्षा पहलू: एल-70 एयर डिफेंस गन, सेना की तत्परता।
- आर्थिक महत्व: तेल और गैस संसाधन, EEZ।
- राजनीतिक एवं अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण: द्विपक्षीय समाधान, UNCLOS, पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय दबाव नीति।
निष्कर्ष:
- तकनीकी और द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से समाधान।
- भारत के लिए रणनीतिक नियंत्रण और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना।
5. कीवर्ड एक्सप्लेनेशन (Keyword Explanation)
- EEZ (Exclusive Economic Zone): 200 समुद्री मील तक का क्षेत्र, प्राकृतिक संसाधनों पर विशेष अधिकार।
- Sir Creek: ज्वारीय चैनल, कच्छ और सिंध प्रांत सीमा पर।
- Middle Channel Principle: सीमा निर्धारण का भारतीय दृष्टिकोण।
- UNCLOS: International maritime law governing rights and responsibilities of nations in their maritime zones।
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