1. सारांश एवं विश्लेषण (Summary & Analysis)
सारांश (Summary)
भारत सरकार प्रधानमंत्री कुसुम (PM-KUSUM) और प्रधानमंत्री सूर्य घर कार्यक्रमों को अफ्रीकी और द्वीपीय देशों में लागू करने की योजना बना रही है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा के बुनियादी ढांचे का विकास करना और किसानों को स्वच्छ ऊर्जा आधारित उपकरण उपलब्ध कराना है। ISA के माध्यम से इन देशों में सौर ऊर्जा अपनाने की संभावना बढ़ाई जाएगी, जिससे भारत की सॉफ्ट पावर और वैश्विक नेतृत्व मजबूत होगा।
संदर्भ + पृष्ठभूमि (Context + Background)
- PM-KUSUM (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान): कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा बुनियादी ढांचे का विकास।
- PM-SURYA: ग्रामीण घरों में सौर ऊर्जा उपकरणों की स्थापना।
- कार्यक्रमों के तहत 100 GW सौर संयंत्र, 14 लाख सौर पंप और 35 लाख ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों की योजना।
- ISA के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय विस्तार की संभावना।
प्रमुख आंकड़े और प्रगति (Key Data & Progress)
- 2019 में शुरू हुए PM-KUSUM का नया लक्ष्य: 348 GW सौर ऊर्जा क्षमता (मार्च 2026 तक)।
- 30 सितंबर, 2025 तक:
- लगभग 17.5 लाख सौर पंप लगाए गए, 70% प्रगति।
- विकेंद्रीकृत ग्रिड से जुड़े सौर संयंत्र: केवल 6% प्रगति।
- ग्रिड से जुड़े कृषि पंप: 16%-25% प्रगति।
- अफ्रीका में केवल 4% कृषि भूमि सिंचित, जबकि 400 अरब डॉलर का खाद्यान्न आयात।
मुद्दे/चुनौतियाँ (Issues/Challenges)
- ग्रिड से जुड़े सौर पंपों की धीमी स्थापना।
- तकनीकी और वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन।
- अफ्रीकी और द्वीपीय देशों में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलन।
राष्ट्रीय + अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव (National & International Impact)
राष्ट्रीय स्तर पर:
- कृषि क्षेत्र में स्वच्छ ऊर्जा का विस्तार।
- किसानों की आय और उत्पादकता में वृद्धि।
- भारत की ऊर्जा पहल और सॉफ्ट पावर को बढ़ावा।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर:
- अफ्रीकी और द्वीपीय देशों में भारत की सौर ऊर्जा तकनीक का प्रदर्शन।
- वैश्विक सौर ऊर्जा क्षेत्र में भारत का नेतृत्व।
- नई अंतरराष्ट्रीय निवेश संभावनाएँ और तकनीकी सहयोग।
आगे का रास्ता / समाधान (Way Forward / Solutions)
- स्टैंडअलोन सौर पंपों की सफलता को ग्रिड से जुड़े पंपों में बढ़ावा देना।
- अफ्रीकी और द्वीपीय देशों में प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग।
- अंतरराष्ट्रीय निवेश और निजी क्षेत्र सहभागिता को आकर्षित करना।
- PM-KUSUM और PM-SURYA के मॉडल को वैश्विक स्तर पर निरंतर सुधार और अनुकूलित करना।
2. यूपीएससी प्रासंगिकता (UPSC Relevance)
GS Paper Connection:
- GS-II: International Relations, Bilateral & Multilateral Cooperation
- GS-III: Energy, Infrastructure, Agriculture, Renewable Energy
Keywords & Dimensions:
- Renewable Energy, Agriculture, Sustainable Development, International Cooperation, Technology Transfer, Soft Power
3. यूपीएससी पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQs)
Related Prelims PYQ:
- 2023: “PM-KUSUM योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?”
- 2022: “ISA का उद्देश्य और भारत में इसका महत्व क्या है?”
Related Mains PYQ:
- 2023: “PM-KUSUM और PM-SURYA कार्यक्रमों के माध्यम से भारत किस प्रकार अंतरराष्ट्रीय सौर ऊर्जा नेतृत्व स्थापित कर सकता है?”
संभावित प्रश्न भविष्य के लिए:
- भारत की कृषि और सौर ऊर्जा पहल का अफ्रीकी देशों पर प्रभाव।
- PM-KUSUM/PM-SURYA कार्यक्रमों में निवेश और तकनीकी चुनौतियाँ।
- ISA और भारत की वैश्विक ऊर्जा नीति में भूमिका।
4. उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing Practice)
Q. “PM-KUSUM और PM-SURYA कार्यक्रमों के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व पर चर्चा करें।” (10–15 marks)
👉 मॉडल उत्तर संरचना (Model Answer Structure)
परिचय (Introduction):
- PM-KUSUM: कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा का विस्तार।
- PM-SURYA: ग्रामीण घरों में स्वच्छ ऊर्जा।
- अंतरराष्ट्रीय विस्तार: ISA के माध्यम से अफ्रीकी और द्वीपीय देशों में कार्यक्रमों का प्रदर्शन।
मुख्य भाग (Body):
- राष्ट्रीय महत्व: किसानों की आय बढ़ाना, कृषि क्षेत्र में ऊर्जा सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा का प्रसार।
- अंतरराष्ट्रीय महत्व: भारत की सॉफ्ट पावर, वैश्विक नेतृत्व, तकनीकी सहयोग।
- चुनौतियाँ और समाधान: ग्रिड से जुड़े पंपों की धीमी प्रगति, प्रशिक्षण और निवेश को बढ़ावा।
निष्कर्ष (Conclusion):
- PM-KUSUM और PM-SURYA कार्यक्रम भारत को ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व प्रदान कर रहे हैं।
- निरंतर सुधार, प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से भविष्य में इन योजनाओं का प्रभाव और बढ़ेगा।
5. कीवर्ड एक्सप्लेनेशन (Keyword Explanation)
- PM-KUSUM: प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान।
- PM-SURYA: प्रधानमंत्री सौर घर योजना।
- ISA: International Solar Alliance, वैश्विक सौर ऊर्जा मंच।
- Stand-alone Solar Pumps: विद्युत ग्रिड से स्वतंत्र सौर पंप।
- Soft Power: भारत की वैश्विक नेतृत्व क्षमता और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव।
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