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UPSC शताब्दी | 1926-2025 तक संघ लोक सेवा आयोग की यात्रा | UPSC Centenary

🏛️ संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की शताब्दी – 1926 से 2025 तक की यात्रा


📜 1. ऐतिहासिक विकास (Historical Evolution)

🔹 प्रारंभिक विचार

  • ब्रिटिश शासन में भारतीय सिविल सेवा (ICS) प्रशासन की रीढ़ थी।
  • मॉन्टेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार (1919) → एक स्थायी लोक सेवा आयोग का विचार रखा गया।
  • भारत सरकार अधिनियम, 1919 ने लोक सेवा आयोग के गठन का मार्ग प्रशस्त किया।

🔹 ली आयोग (Lee Commission), 1924

  • Chairman: लॉर्ड ली ऑफ़ फ़ार्नहम।
  • सिफारिश: भारत में Public Service Commission की स्थापना हो।
  • उद्देश्य: भर्ती प्रक्रिया को merit-based, independent और depoliticized बनाना।

🔹 लोक सेवा आयोग (1926)

  • स्थापना: 1 अक्टूबर 1926
  • पहला अध्यक्ष: सर रॉस बार्कर (UK Civil Services से)।
  • प्रारंभ में: केवल प्रशासनिक परीक्षा आयोजित करने और भर्ती पर परामर्श देने की भूमिका।

🔹 भारत सरकार अधिनियम, 1935

  • इसे संघीय लोक सेवा आयोग (FPSC) का दर्जा मिला।
  • प्रांतीय लोक सेवा आयोगों के गठन की भी व्यवस्था।

🔹 स्वतंत्र भारत और संविधान (1950)

  • संविधान लागू होने पर, अनुच्छेद 315–323 (भाग XIV, अध्याय II) में UPSC की स्थापना।
  • नाम: संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission – UPSC)
  • 26 जनवरी 1950 को औपचारिक रूप से काम शुरू।


⚖️ 2. संवैधानिक स्थिति (Constitutional Status)

  • अनुच्छेद 315: UPSC एवं राज्य लोक सेवा आयोग का प्रावधान।
  • अनुच्छेद 316: नियुक्ति, कार्यकाल और पद से हटाने की प्रक्रिया।
  • अनुच्छेद 320: UPSC की जिम्मेदारियाँ – भर्ती, पदोन्नति, सेवा शर्तें।
  • अनुच्छेद 323: संसद/राज्य विधानमंडल को UPSC पर विनियमन का अधिकार।


🏛️ 3. UPSC की भूमिका और महत्व

🔹 मुख्य कार्य

  • अखिल भारतीय सेवाओं (IAS, IPS, IFoS) और केंद्रीय सेवाओं (Group A, Group B) की भर्ती।
  • केंद्र सरकार को परामर्श (appointments, promotions, disciplinary actions)।
  • परीक्षाएँ आयोजित करना (CSE, CAPF, CDS, NDA, IES, IFoS, etc.)।

🔹 महत्व

  • UPSC = Meritocracy का संरक्षक
  • स्वतंत्र भारत में “Steel Frame of India” (Sardar Patel) को कायम रखने का माध्यम।
  • Inclusivity: महिलाओं, SC/ST, OBC, PwD को समान अवसर देने वाली प्रणाली।


🔄 4. UPSC के प्रमुख सुधार (Reforms & Modernisation)

🔹 पारदर्शिता और डिजिटलीकरण

  • ई-एडमिट कार्ड, ऑनलाइन आवेदन, RTI पोर्टल
  • प्रारंभिक परीक्षा (MCQ), मुख्य परीक्षा (Descriptive), इंटरव्यू (Personality Test) – तीन स्तरीय संरचना।

🔹 प्रतिभा सेतु पहल (Talent Bridge Initiative)

  • साक्षात्कार तक पहुँचे लेकिन चयन न हुए उम्मीदवारों का Verified Biodata पोर्टल।
  • निजी/सार्वजनिक क्षेत्र के नियोक्ताओं को उपलब्ध → Alternative Careers

🔹 पाठ्यक्रम में सुधार

  • समसामयिक मुद्दों, Case Studies, Ethics, Governance पर जोर।
  • UPSC परीक्षा अब केवल रटंत नहीं, बल्कि विश्लेषणात्मक सोच और नैतिक दृष्टिकोण पर आधारित।

🔹 Diversification of Recruitment

  • रक्षा सेवाओं, अभियंत्रण, चिकित्सा, अर्थशास्त्र, सांख्यिकी आदि में विशेष भर्ती।
  • Lateral Entry पर भी हाल के वर्षों में चर्चा।


🌍 5. वैश्विक तुलना (Global Comparison)

  • UK Civil Service Commission: ऐतिहासिक रूप से भारतीय प्रणाली का आधार।
  • US Office of Personnel Management (OPM): प्रशासनिक भर्ती।
परंतु भारत का UPSC विशेष है क्योंकि:
  • संवैधानिक सुरक्षा प्राप्त।
  • सामाजिक विविधता (diversity) को प्राथमिकता।
  • दुनिया की सबसे कठोर प्रतियोगी परीक्षा


📝 6. विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण (Mains/Essay के लिए)

उपलब्धियाँ

  • 100 वर्षों की निष्पक्षता और विश्वसनीयता
  • Inclusive Recruitment – ग्रामीण, महिला, SC/ST/OBC उम्मीदवारों का प्रतिनिधित्व बढ़ा।
  • Steel Frame बनाकर लोकतंत्र की स्थिरता।

चुनौतियाँ

  • परीक्षा भार और मानसिक दबाव (लाखों उम्मीदवार, कुछ हज़ार चयन)।
  • डिजिटल डिवाइड – ग्रामीण क्षेत्रों की सीमित पहुँच।
  • भविष्य की स्किल्स – AI, Climate, Cybersecurity, Global Governance जैसे नए क्षेत्रों में सक्षम अधिकारियों की ज़रूरत।
  • Lateral Entry vs Traditional Entry की बहस।

आगे का रास्ता (Way Forward)

  • परीक्षा प्रणाली को Holistic & Dynamic बनाना।
  • ग्रामीण वंचित वर्ग को समान अवसर
  • प्रशिक्षण में Ethics, Technology, Global Diplomacy पर अधिक फोकस।
  • Meritocracy + Inclusivity का संतुलन।


📊 7. Timeline (Quick Revision)

  • 1919 – Montagu–Chelmsford Reforms → Lok Seva Aayog का विचार।
  • 1924 – Lee Commission Report।
  • 1926 – 1 अक्टूबर, Public Service Commission की स्थापना।
  • 1935 – Federal Public Service Commission।
  • 1950 – संविधान लागू → UPSC की स्थापना (Art. 315–323)।
  • 2025 – UPSC completes 100 years (Centenary Year)।


📊 8. Prelims Facts (One-liners)

  • पहला अध्यक्ष – सर रॉस बार्कर
  • भारत के पहले भारतीय अध्यक्ष – एच.के. कृष्णा अय्यर (1947)।
  • UPSC मुख्यालय – धौलपुर हाउस, नई दिल्ली
  • Motto (Logo पर): “सत्यमेव जयते”
  • परीक्षाओं की संख्या – 15+ प्रकार (CSE, NDA, CDS, CAPF, IES आदि)।


🔗 References (Authentic)

  • UPSC Official Website
  • [भारत का संविधान – अनुच्छेद 315–323]
  • [DoPT Annual Report]


👉 यह Notes GS-II (संवैधानिक निकाय), GS-IV (Meritocracy & Ethics in Governance) और Essay (Indian Democracy & Institutions) के लिए Directly Relevant हैं।

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